प्रदर्शित वस्तु या विषय का मनुष्यमात्र की वासनात्मक प्रकृति
2.
कुशलता मात्र पर संतुष्ट होते हैं, प्रदर्शित वस्तु
3.
भाव द्वारा प्रदर्शित वस्तु की प्राप्ति होती
4.
अतः नवमेश बलवान होकर तथा शुभ युक्त अथवा शुभ दृष्ट होकर जिस भी शुभ भाव में स्थित हो जाता है तो जातक को अचानक दैवयोग (प्रभु कृपा) से उस भाव द्वारा प्रदर्शित वस्तु की प्राप्ति होती है।
5.
वार्नर ब्रदर्स स्टूडियो में संग्रहालय में प्रदर्शित वस्तु के रूप में सेंट्रल पर्क का पुनर्निमाण किया गया, और उसे अक्टूबर 2008 के द एल्लेन डीजनर्स शो में दिखाया गया.2004 के श्रृंखला समापन के बाद पहली बार जेनिफर एनिस्टन ने सेट का दुबारा दौरा किया.
6.
[80] वार्नर ब्रदर्स स्टूडियो में संग्रहालय में प्रदर्शित वस्तु के रूप में सेंट्रल पर्क का पुनर्निमाण किया गया, और उसे अक्टूबर 2008 के द एल्लेन डीजनर्स शो में दिखाया गया.2004 के श्रृंखला समापन के बाद पहली बार जेनिफर एनिस्टन ने सेट का दुबारा दौरा किया.